*साण्डेराव* संत मनसुख हिरापुरी महाराज ने बताया कि जीवन मे धर्म की राह बहुत ही जरूरी है,इसके बल पर मनुष्य अपने जीवन में सफलता अर्जित करते हुए जीवन की ऊंचाइयां प्राप्त कर सकता है इसके अभाव में मनुष्य की तरक्की संभव नहीं है। वे अम्बिका मंदिर परिसर में उपस्थित धर्म सभा में प्रवचन दे रहे थे। संत ने बताया कि हर आमजन को धर्म के कार्यो में हमेशा अग्रणी भुमिका निभानी चाहिए।
उन्होने उपस्थित श्रद्धालुओं को जीवन में धर्म की राह को जख्मी बताते हुए कहा की धर्म पर ही यह धरती टिकी हुई है इसलिए हर एक इंसान को धर्म के कार्य मे हमेशा बढ़-चढ़ कर भागीदारी निभानी चाहिए,हर आमजन को भाग्य से ही ऐसी सेवा करने का अवसर मिलता है। संत हिरापुरी महाराज ने बताया कि मनुष्य को ज्यादा धन का लालच नही करना चाहिए, क्योकि धन का कोई आशियाना नही होता है।
लक्ष्मी चचंल होती है,जो घुमती है,जो कभी किसी की थी,आज तेरी कल किसी और की और हो जाएंगी। जबकी मनुष्य इस बात को समझने के लिए तैयार नही है और वह धन के पिछे दौड़ता रहता है मनुष्य के पास धन आता है तो उसमे अहंकार आ जाता है। जब उसकी मृत्यु होती है तो जीवन भर कमाया हुआ धन यही छोड़कर चला जाता है। जबकी धर्म-कर्म उसके उसके साथ रहते है। इसलिए इंसान को धर्म के कार्यो में बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए। इस दौरान बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी उपस्थित थे।