*सुमेरपुर* सुमेरपुर उपखंड क्षेत्र में स्थित आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय सुमेरपुर में दादा-दादी, नाना-नानी सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती ओम व भारत माता के समक्ष प्रबन्ध समिति अध्यक्ष मीठालाल रांका, कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार लुणिया, व्यवस्थापक सोहनलाल नागर, प्रधानाचार्य श्रवण त्रिवेदी ने दीप प्रज्ज्वलित कर की गई।आदर्श विद्या मंदिर प्राथमिक, सुमेरपुर के प्रधानाचार्य कुलदीप दत्ता ने मंचस्थ अतिथियों का स्वागत व परिचय करवाया गया। कार्यक्रम में शिशुवाटिका के भैया बहिनों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। सहायक प्रधानाचार्या वीनू सोलंकी ने दादा-दादी, नाना-नानी सम्मेलन की भूमिका को सबके समक्ष रखा। अध्यक्ष मीठालाल रांका ने अपने विचार रखे। कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार लुणिया ने भी दादा-दादी, नाना-नानी का बालक पर पडने वाले प्रभाव के बारे में बताया। मुख्यवक्ता श्रवण त्रिवेदी ने बताया कि वर्तमान समय में बदलते परिवेश के संदर्भ बालकों में को मोबाइल जैसी गलत संगत से दूर करने हेतु पुरातन भारतीय संस्कृति दादा-दादी, नान-नानी द्वारा बालकों में संस्कार युक्त कहानी, आपसी प्रेम आध्यात्मिक, नैतिक मूल्यों की शिक्षा की बात की गई। संयुक्त परिवार का महत्व बताते हुए पंच परिवर्तन व त्रिशताब्दी अहिल्याबाई होल्कर के बारे में भी जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन आचार्या विमला सोलंकी ने किया। कार्यक्रम में प्रश्नोत्तरी व बाती बनाओ प्रतियोगिता भी करवाई गई। जिसमें प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वालो को पारितोषित भी प्रदान किया गया। व्यवस्थापक सोहनलाल नागर द्वारा कार्यक्रम के अन्त में आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में दुर्गेश कंवर, चेतना कुमारी, कीर्तिका राठौड, कविता कुमारी आदि उपस्थित रहे।